उदासीन भेष संरक्षक समिति

उद्देश्य

  • 1. सामाजिक उन्नति एवं विकास तथा सदभाव एकता अखंडता हेतु प्रयत्न करना।
  • 2. उदासीन भेष (सम्प्रदाय) के उन्नयन एवं संरक्षण हेतु क़ानूनी कार्यवाही करना।
  • 3. उदासीन सम्प्रदाय से दीक्षित संतो के अध्ययन हेतु संस्कृत विद्यालय, महाविद्यालयों का संचालन करना तथा छात्रवृत्ति, भोजन, आवास आदि की व्यवस्था करना।
  • 4. प्रत्येक उचित ढंग से इस समिति के कोष को उन्नति देना तथा उदासीन भेष (सम्प्रदाय) के प्रचार प्रसार एवं संतो के हित में व्यय करना।
  • 5. उदासीन सम्प्रदाय के स्थानों पर यदि कोई व्यक्ति अनधिकृत अधिकार की चेष्टा करता है या स्थान को हानि पहुँचाने का कोई प्रयास करता हो या कोई स्थान को बेचता हो या गिरवी रखता हो या परम्परा के विपरीत कार्य करता हो तो उसके विरुद्ध वैधानिक कार्यवाही करते हुए सुधार करना।
  • 6. उदासीन सम्प्रदाय के प्रत्येक स्थान तथा गद्दिया जो पुरे भारत में है और जो उदासीन संत, महंत, निर्वाण, महामंडलेश्वर आदि के अधिकार या प्रबंधन में है उनकी सुरक्षा एवं समृद्धि हेतु प्रयास करना तथा वैधानिक विधि से उनमें आवश्यक सुधार करना तथा कानूनी प्रक्रिया का प्रयोग करते हुए उन स्थानों का संरक्षण एवं संवर्धन करना।
  • 7. जिला स्तरीय समिति का गठन कर निर्वाचन करना।

अन्य प्रावधान

  • 1. प्रबन्धकारिणी समिति गठन साधारण सभा द्वारा प्रबन्धकारिणी समिति का चुनाव किया जायेगा। इसमें अध्यक्ष, उपाध्यक्ष, महासचिव, सयुक्त सचिव, कोषाध्यक्ष, संगठन सचिव, प्रचार सचिव, लेखा परीक्षक, प्रवक्ता तथा दो कार्यकारी सदस्य कुल कार्यकारिणी 11 है, जिससे घटाये बढाये जाने हेतु सदस्यों की संख्या 11 से 15 होगी।
  • 2. कार्यकारिणी समिति को यह अधिकार होगा कि वह समिति के उद्देश्यों यानि नियमों में जो परिवर्तन करना चाहे वह समय देशकाल परिस्थिति के अनुसार नियमों को घटाया बढाया जा सकता है साथ ही इस सोसाइटी में किसी भी अन्य समिति को सम्बद्ध कर सकते है। उदासीन भेष संरक्षक समिति की कार्यकारिणी चाहे तो अखिल भारतीय उदासीन परिषद् को भी सम्प्रदाय के उत्थान हेतु विलय कर सकती है जोकि विलयीकरण के पश्चात राष्ट्रीय इकाई मानी जाएगी। हमारी समिति का सिम्बल निशान होगा श्री धूना साहिब श्री गौला साहिब और वाक्य होगा सर्वजन हिताय सर्वजन सुखाय।
  • 3. समिति राष्ट्रीय स्तर पर कार्य करेगी और प्रत्येक राज्य में अपनी इकाइयों का गठन करेगी तथा समिति राज्य स्तरीय जिला स्तरीय तहसील स्तरीय इकाईयों का गठन केन्द्रीय कार्यकारिणी के द्वारा ही किया जायेगा समिति के विस्तार हेतु प्रत्येक राज्य में प्रभारी नियुक्त किये जाएं एंव शाखांए खोली जाए उक्त कार्य के लिए महासचिव स्वामी शिवानन्द आचार्य जी तथा संगठन सचिव डॉ० स्वामी संतोष मुनि शास्त्री जी को नियुक्त किया जाता है।
  • 4. समिति उदासीन सम्प्रदाय के विकास हेतु सभी स्थानधारी सदस्यों से वार्षिक विकास शुल्क संग्रह करेगी।
  • 5. समिति राज्यों में गौशाला चिकित्सालय स्कूल कालेजों एंव कुम्भ मेला जैसे पर्वो में साधु संतो की सेवा के लिए छावनी अन्नक्षेत्र चिकित्सालय आदि समस्त व्यवस्था करना।
  • 6. उदासीन संप्रदाय के प्रत्येक स्थान तथा गद्दिया जो संपूर्ण भारतवर्ष में है जो उदासीन संत महंत निर्वाण महामंडलेश्वर आदि के अधिकार या प्रबंधन वा उदासीन सम्प्रदाय से सम्बंधित है उन सभी स्थानो की सुरक्षा एवं समृद्धि हेतु प्रयास करना तथा कानूनी रूप से वैधानिक विधि से उनमें आवश्यक सुधार करना तथा कानूनी प्रक्रिया का प्रयोग करते हुए उन स्थानों का संरक्षण एवं संवर्धन करना तथा रिक्त स्थानो व गद्दियों पर महंत या प्रबंधक की नियुक्ति आदि करना।
about

श्री महंत देवेन्द्र दास जी महाराज का परिचय

श्री गुरु राम राय दरबार साहिब, देहरादून

श्री महंत देवेन्द्र दास श्री गुरु राम राय दरबार साहिब के 10वें महंत हैं। इसकी स्थापना 350 वर्ष पूर्व सिखों के सातवें गुरु के ज्येष्ठ पुत्र श्री गुरु राम राय जी ने की थी। श्री गुरु राम राय दरबार साहिब, देहरादून एक परोपकारी एवं धार्मिक संस्था है।

श्री महन्त देवेंद्र दास जी महाराज

राष्ट्रीय अध्यक्ष

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